डी पी रावत
अखण्ड भारत दर्पण न्यूज
हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) ने बसों के रखरखाव और सौंदर्यकरण को लेकर बड़ा कदम उठाया है। अब प्रदेश की सभी HRTC बसों की धुलाई सप्ताह में एक बार अनिवार्य रूप से होगी, ताकि बसें हमेशा साफ-सुथरी और आकर्षक दिखें। निगम की लाखों रुपये की लागत वाली बसों को बेहतर स्थिति में बनाए रखने के लिए यह निर्णय लिया गया है।
विज्ञापनों के नियम हुए कड़े
निगम ने बसों पर विज्ञापन लगाने के लिए नई नीति लागू की है। अब बसों की पूरी बॉडी विज्ञापनों से नहीं ढकी जाएगी। विज्ञापन लगाने के लिए सीमित स्थान तय किया गया है—
बसों में केवल टायर-टू-टायर क्षेत्र में ही विज्ञापन लगाए जाएंगे।
चालक की तरफ किसी भी प्रकार का विज्ञापन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा।
बस के पीछे नंबर प्लेट और डिक्की के बीच निर्धारित स्थान पर ही विज्ञापन लगाने की अनुमति होगी।
पहले बड़े साइज़ के विज्ञापनों से बसें पूरी तरह ढक जाती थीं, लेकिन अब यह व्यवस्था समाप्त कर दी गई है। निगम का कहना है कि दिल्ली परिवहन की तर्ज पर बसों का लुक साफ-सुथरा रखा जाएगा।
सफाई की जिम्मेदारी तय
निगम ने बसों को बेहतर हालत में रखने के लिए चालकों और परिचालकों की जिम्मेदारी स्पष्ट कर दी है। यदि कोई बस गंदी या खराब स्थिति में पाई जाती है, तो इसके लिए सीधे तौर पर चालक और परिचालक से जवाबदेही तय की जाएगी। निगम का मानना है कि एक बस की कीमत एक करोड़ रुपये से अधिक होती है, ऐसे में उनका रखरखाव सर्वोच्च प्राथमिकता है।
HRTC के नए नियमों से बसों की साफ-सफाई, सुरक्षा और सुंदरता में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।

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